कीवः रूस के हमले से दहल रहे यूक्रेन के हालात ने रिश्तों की नई इबारत लिखनी शुरू कर दी है। यूक्रेन में रशियन तोपों और गोलों की बरसात के बीच स्थानीय बाशिंदों के साथ दीगर मुल्कों के लोग जान बचाकर भाग रहे हैं। अपने नागरिकों को बचाने के अभियान में जुटे भारत ने अब तक अन्य देशों के भी कई लोगों को सकुशल निकालने में मदद की है। इसी बीच भारत ने कीव में फंसी पाकिस्तान की आसमा शफीक को सुरक्षित निकाल लिया है।
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यूक्रेन की राजधानी कीव में काफी मुश्किलों में फंसी रही पाकिस्तान की इस लड़की ने मदद के लिए भारतीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और कीव में भारतीय दूतावास के अधिकारियों का आभार जताया है। भारतीय अधिकारियों के प्रयास और मदद से वह अपनी नई मंजिल के लिए कीव से सुरक्षित निकल चुकी हैं। बताया जा रहा है कि वह अभी पश्चिम यूक्रेन के रास्ते पर है। वह जल्द स्वदेश लौटेंगी।
पीएम मोदी को कहा धन्यवाद
वहीं इस मदद के लिए आसमा ने पीएम मोदी व भारतीय दूतावास का आभार माना है। आसमा ने कहा, ‘मेरा नाम आसमा शफीक है। मैं कीव में स्थित भारतीय दूतावास की शुक्रगुजार हूं कि उन्होंने हमें हरसंभव मदद की। हम यहां बहुत कठिन परिस्थिति में फंस गए थे। मैं भारत के प्रधानमंत्री का भी शुक्रगुजार हूं कि उनकी बदौलत हम यहां से निकल पाए, मदद करने के लिए लिए आपका धन्यवाद। भारतीय दूतावास की बदौलत हम घर सुरक्षित जा रहे हैं। थैंक्यू।’
सड़कों पर बिखरे पड़े शव
गौरतलब है कि यूक्रेन में पिछले 14 दिनों से जंग जारी है। मंगलवार को कुछ घंटों के लिए युद्ध रोक कर मानवीय गलियारे से बड़ी संख्या में लोगों को निकाला गया। फंसे भारतीयों व अन्य लोगों को निकालने के लिए पीएम मोदी ने रूस के राष्ट्रपति पुतिन व यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की से फोन पर चर्चा की थी। दोनों नेता इस पर कुछ घंटों के लिए जंग रोकने पर रजामंद हो गए थे। जंग के बीच कई बार संघर्ष रोक कर लोगों को निकाला गया है। उधर, यूक्रेन की सड़कों पर शव बिखरे पड़े हैं। गंभीर मानवीय संकट खड़ा हो गया है। सैकड़ों जानें जा चुकी हैं।
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