कानपुरः दिसम्बर माह का एक पखवारा बीतने के बाद हिमालय में पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय हो गया और बराबर बर्फबारी हो रही है। इसका असर अब मैदानी क्षेत्रों में भी तेजी से पड़ रहा है और उत्तरी पश्चिमी हवाएं सर्द हवाएं लेकर मैदानी क्षेत्रों को प्रभावित कर रही हैं। इससे तापमान बराबर गिर रहा है और आसमान में कोहरा भी नजर आने लगा है। मौसम विभाग का कहना है कि आसमान साफ हो रहा है जिससे शीतलहर के साथ कोहरे का भी प्रकोप तेजी से बढ़ेगा।
चन्द्रशेखर आजाद कृषि प्रोद्यौगिकी विश्वविद्यालय के मौसम वैज्ञानिक डा. एसएन सुनील पाण्डेय ने रविवार को बताया कि आसमान पर छाए बादल छंटने के बाद शीतलहर चलने से ठंड का प्रकोप बढ़ गया है। मैदानी इलाकों में रात में गलन और ठिठुरन बढ़ गई है। पश्चिमी विक्षोभ जम्मू कश्मीर और उससे सटे लद्दाख के हिस्सों पर है। इस वजह से हिमाचल प्रदेश, उत्तरखंड में बर्फबारी हो रही है। चक्रवाती परिसंचरण का असर खत्म होने के कारण आसमान से बादल छंट गए हैं और उत्तर पश्चिम हवाएं तापमान में तेजी से गिरावट ला रही हैं। यही नहीं, उत्तर पश्चिम से आ रही तेज हवाओं के कारण शीतलहर चल रही है। रात में गलन होने के कारण ठिठुरन बढ़ गई है और आने वाले कुछ दिनों में तापमान सात डिग्री से नीचे जाने की संभावना है। ऐसे में लोग खास सावधानी बरतें। गर्म कपड़े पहनकर और कानों को टोपी से ढंककर निकले।
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मौसम वैज्ञानिक ने बताया कि रविवार को अधिकतम तापमान 23 और न्यूनतम तापमान 7.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। सुबह की सापेक्षिक आर्द्रता 76 फीसदी और न्यूनतम यानी दोपहर की 44 फीसदी सापेक्षिक आर्द्रता रही। इस सप्ताह मध्य उत्तर प्रदेश के ब्लॉक एवं जिला स्तर पर आसमान साफ रहने के कारण वर्षा की कोई संभावना नहीं है। इस सप्ताह शीत लहर का प्रकोप जारी रहेगा अतः किसानों को सलाह दी जाती है कि आलू एवं सब्जियों की फसलों में हल्की सिंचाई कर उचित नमी बनाये रखें।
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