लखनऊः शारदीय नवरात्रि गुरूवार से प्रारंभ हो गये है। हर भक्त मां भगवती का नौ दिन का उपवास रखकर उन्हें प्रसन्न करना चाहता है। लेकिन इन नवरात्रि का व्रत रखने वाले लोगों को अपनी इम्यूनिटी (रोग प्रतिरोधक क्षमता) का ध्यान रखना आवश्यक है। व्रत से इम्यूनिटी पर असर पड़ता है और इस दौरान कोविड, डेंगू, वायरल फीवर जैसी संक्रामक बीमारी हो सकती है। व्रत-उपवास के साथ अपनी सेहत का भी पूरा ख्याल रखना बहुत जरूरी है। वैसे भी यह मौसम में बदलाव का समय है, ऐसे में संक्रमण से बचाव करना भी एक चुनौती है। उपवास के दौरान फलाहार का ख्याल रखें और यह ध्यान रहे कि ऐसे में देर तक खाली पेट रहना और बाद में ओवर ईटिंग करना, दोनों स्थितियां शरीर को नुकसान पहुंचा सकती हैं।
इन बातों का जरूर रखें ध्यान
शरीर में पानी की कमी न होने दें, पर्याप्त मात्रा में पानी पीना जरुरी हैं। नारियल पानी भी पी सकते हैं। शरीर को पर्याप्त मात्रा में ऊर्जा प्राप्त होती रहे, इसके लिए सिंघाड़े का आटा, कुट्टू का आटा, समा चावल, राजगीरा, मूंगफली, साबूदाना, मखाना, दूध, दही, फल और कुछ सब्जियां जैसे- आलू, अरबी, कच्चे केले को खानपान में शामिल किया जा सकता है। व्रत के दौरान आलू के अधिक सेवन से बचना चाहिए।
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मधुमेह के रोगी खाली पेट रहने से बचें
यदि कोई मधमुेह रोगी नौ दिनों तक नवरात्रि का व्रत कर रहा है तो उसे केवल फलों पर निर्भर नहीं रहना चाहिए क्योंकि इससे शुगर डाउन हो सकता है। इसके लिए खाली पेट रहने से बचें। वैसे डायबिटिक के मरीजों को व्रत रखने से परहेज ही करना चाहिए। इसलिए आप दिनभर में 2 कम मीठे फल खा सकते हैं। इसके साथ ही तीन बार सब्जी, एक बार दही-दूध खा सकते हैं। व्रत के दौरान भी नियमित रूप से योग, प्राणायाम, व्यायाम, टहलना जारी रख सकते हैं। यदि पहले से कोई बीमारी है तो उसकी दवा नियमित रूप से लेते रहें तथा चिकित्सक से सलाह भी लेते रहें।
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