करोड़ों रुपए हड़पने के आरोप में नेटवर्क मार्केटिंग कंपनी के 2 एमडी गिरफ्तार, जानें मामला

जींदः आर्थिक अपराध शाखा ने कंपनी में निवेश करने पर अच्छा खासा मुनाफा का झांसा दे उपभोक्ताओं के करोड़ों रुपये हड़पने के पंजाब की नेटवर्क मार्केटिंग ओएलएस विज प्राइवेट लिमिटेड कंपनी के दो एमडी को गिरफ्तार कर अदालत में पेश किया। शुक्रवार को अदालत ने दोनों को पांच दिन के रिमांड पर पुलिस को सौंप दिया।

सेक्टर 11 जींद हाल आबाद सेक्टर चार रोहतक निवासी सज्जन मलिक ने 31 अगस्त 2020 को पुलिस को दी शिकायत में बताया था कि वर्ष 2014 में नेटवर्क मार्केटिंग कंपनी ओएलएस विज प्राइवेट लिमटेड कंपनी अस्तित्व में आई थी। जिसका मुख्यालय जालंधर में था। कंपनी में शिव विहार जालंधर निवासी सरदार रणजीत सिंह, हरदीप नगर जालंधर निवासी सरदार गगनदीप सिंह एमडी थे। जबकि ब्लॉक सी हाइट टू जालंधर निवासी सरदार गुरविंद्र सिंह कंपनी के सीईओ थे।

कंपनी के प्लान के मुताबिक 11 महीने तक दो हजार रुपये जमा करवाने पर कंपनी उपभोक्ता को दो हजार रुपये और मिलाकर देती थी या फिर सोने का सिक्का दिया जाता था। साथ ही इलैक्ट्रॉनिक सामान व अन्य प्रोडक्ट कंपनी द्वारा बेचे जाते थे। टारगेट पूरा करने पर विदेश भ्रमण भी कंपनी द्वारा करवाया जाता था। वर्ष 2017 में कंपनी ने जींद के हुडा ग्राउंड मार्केट में कार्यालय बनाया। जिसमें उसने भी निवेश किया। कंपनी से 42 हजार लोग प्रदेशभर से जुड़े, जिन्होंने लगभग 16 करोड़ रुपये का निवेश किया। जिसमें साढ़े सात लाख रुपये शिकायतकर्ता सज्जन के भी थे। कंपनी ने 90 लाख रुपये तास्कंद भ्रमण के नाम पर तथा यूएसए वीजा लगवाने के नाम पर 15 लोगों से 75 लाख रुपये लिए गए। बावजूद इसके लोगों को विदेश भ्रमण पर नहीं ले जाया गया। जिसके बाद निवेश राशि वापस करने में भी देरी करने लगे। दिसम्बर 2019 तक कंपनी का सिस्टम पूरी तरह फेल हो गया।

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सिविल लाइन थाना पुलिस ने सज्जन की शिकायत पर कंपनी के एमडी सरदार रणजीत सिंह, सरदार गगनदीप सिंह तथा सीईओ सरदार गुरविंद्र सिंह के खिलाफ धोखाधड़ी, अमानत में खयानत का मामला दर्ज किया था। आर्थिक अपराध शाखा ने कार्रवाई करते हुए कंपनी के एमडी रणजीत सिंह तथा गगनदीप को गिरफ्तार कर अदालत में पेश किया। जहां से अदालत ने दोनों को पांच दिन के रिमांड पर पुलिस को सौंप दिया।