नई दिल्ली: कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने गुरुवार को छत्तीसगढ़ की झीरम घाटी में 2013 के नक्सली हमले में मारे गए पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं को श्रद्धांजलि दी। राहुल ने ट्वीट कर कहा, ‘2013 में झीरम घाटी में नक्सली हमले में शहीद हुए हमारे कांग्रेस साथियों और जवानों को श्रद्धांजलि।’ देश उनके बलिदान को कभी नहीं भूलेगा, उनकी वीरता हम सभी के लिए प्रेरणा है।
गौरतलब है कि 25 मई 2013 को बस्तर की झीरम घाटी में कांग्रेस की परिवर्तन यात्रा पर नक्सलियों ने हमला किया था। इसमें कांग्रेस के 35 नेता और कार्यकर्ता मारे गए थे। मरने वालों में कांग्रेस के तत्कालीन प्रदेश अध्यक्ष नंद कुमार पटेल, पूर्व केंद्रीय मंत्री विद्याचरण शुक्ल, पूर्व मंत्री महेंद्र कर्मा और पूर्व विधायक उदय मुदलियार शामिल हैं।
छत्तीसगढ़ कांग्रेस के तत्कालीन अध्यक्ष नंदकुमार पटेल, उनके बेटे दिनेश पटेल, पूर्व केंद्रीय मंत्री विद्या चरण शुक्ला और’बस्तर के टाइगर’ कहे जाने वाले महेंद्र कर्मा अन्य कांग्रेस नेताओं सहित कम से कम 30 लोग मारे गए थे। गुरुवार (25 मई) को झीरम घाटी की घटना की 10वीं बरसी है। छत्तीसगढ़ में 25 मई को काले दिन (ब्लैक डे) के रूप में मनाया जाता है।
नक्सली हमले में अब तक 870 लोगों की हो चुकी है मौत
आंकड़ों पर नजर डालें तो फरवरी 2023 में बजट सत्र के दौरान गृह मंत्रालय ने राज्यसभा में पूछे गए एक सवाल के जवाब में कहा कि 2018 से 2022 तक कुल 870 नागरिकों और सुरक्षाकर्मियों की हिंसक घटनाओं में मौत हुई है। वामपंथी उग्रवाद को। 2018 में 240 लोगों की मौत हुई थी। जबकि 2022 में 98 लोगों की मौत हुई थी। सरकार के मुताबिक 2010 में नक्सली हिंसा वाले जिलों की संख्या 96 थी। जो 2022 तक घटकर 45 रह गई। यानी सरकारी आंकड़ों में गिरावट आई है।
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