बिहार में नहीँ थम रहा कोरोना का कहर, लगातार मिल रहे कोरोना संक्रमित

बिहार में कोरोना का कहर थमने का नाम नहीं ले रहा है। बीते कुछ दिनों से आंकड़े लगातार शतक लगा रहे हैं। सोमवार को भी अभी तक 69 नए मामले सामने आ चुके हैं। इसके पहले रविवार को कोरोना के और 180 मामले मिले थे। राज्य में संक्रमितों की कुल संख्या 2663 हो गई है। इनमें 1928 एक्टिव केस हैं जबकि, अब तक 702 लोग महामारी को परास्त कर चुके हैं। रविवार को कोरोना से एक और मौत हो गई। मौत का आंकड़ा 13 तक पहुंच चुका है। खास बात यह भी है कि राज्‍य के अधिकांश मामले प्रवासी श्रमिकों से जुड़े हैं।

सोमवार को स्‍वास्‍थ्‍य विभाग द्वारा जारी आंकड़े के अनुसार राज्‍य में कोरोना के 69 नए मामले मिले हैं। आश्‍चर्य नहीं कि यह आंकड़ा राज तक आज भी शतक लगा ले।

 स्‍वास्‍थ्‍य विभाग द्वारा जारी सोमवार की पहली रिपोर्ट के अनुसार सहरसा में 11, दरभंगा में 10, कटिहार व बेगूसराय में नौ-नौ तथा अररिया में छह नए मामले मिले हैं। गोपालगंज, मधुबनी, खगडि़या व दरभंगा में तीन-तीन, सारण, औरंगाबाद व मुंगेर में दो-दो नए मामले मिले हैं। भाेजपुर, शेखपुरा, समस्‍तीपुर, लखीसराय, मधेपुरा व रोहतास में एक-एक नए मामले मिले हैं।

रविवार को मिले थे 180 मरीज

आंकड़ों की बात करें तो रविवार को कुल 180 कोराना संक्रमित मिले थे। बीते एक सप्‍ताह से अधिक से कोरोना रोजाना शतक लगा रहा है। बीते 22 व 23 मई को तो क्रमश: 212 व 214 मामलों के साथ इसने दोहरा शतक लगाया था। 23 मई के 214 मामले राज्‍य में किसी एक दिन अब तक मिले सर्वाधिक मामले हैं।

अब तक 702 ने दी बीमारी को मात

राज्य के स्वास्थ्य सचिव लोकेश कुमार सिंह ने रविवार को बताया कि राज्य में पिछले 24 घंटे में 49 मरीज बीमारी से ठीक हुए हैं। अब तक कुल 702 लोगों ने इस बीमारी को पराजित किया है।

कोरोना से प्रदेश में 13वीं मौत

स्वास्थ्य सचिव ने बताया कि रविवार को कोरोना से एक और व्यक्ति की मौत हो गई। सिवान के गोरियाकोठी का रहने वाला यह व्यक्ति एनएमसीएच में इलाजरत था। यह हाल ही में कोलकाता से लौटा था इसे किडनी और डायबिटीज संबंधी बीमारी थी। इस व्यक्ति की मौत के बाद राज्य में महामारी से मरने वालों की संख्या 13 हो गई है।

प्रवासी श्रमिकों के साथ कोरोना की लहर

राज्‍य में अब तक मिले मामलों में करीब 1600 प्रवासी श्रमिकों से जुड़े हैं। ऐसे में माना जा रहा है कि बिहार में कोरोना की नई लहर प्रवासी मजदूरों के साथ पहुंची है।