नई दिल्लीः केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने गुरुवार को एक महत्वपूर्ण घटनाक्रम में मध्य प्रदेश के लिए पांच जीनोम सीक्वेंसिंग मशीनों को मंजूरी दी। राज्य को नए कोविड वेरिएंट ओमिक्रॉन का संक्रमण फैलने की आशंका को देखते हुए मशीनें उपलब्ध कराई गई हैं। ये मशीनें भोपाल, इंदौर, जबलपुर, रीवा और ग्वालियर में स्थापित किया जाएगा।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने गुरुवार को राज्य के स्वास्थ्य मंत्री विश्वास सारंग के साथ बैठक की अध्यक्षता के बाद यह निर्णय लिया।
इससे पहले, राज्य को दिल्ली में जीनोम सीक्वेंसिंग सुविधाओं पर निर्भर रहना पड़ता था और रिपोर्ट प्राप्त करने के लिए 10-12 दिनों का इंतजार करना पड़ता था। मंत्रालय ने मध्य प्रदेश में छह मेडिकल कॉलेजों और भोपाल में एक सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल के लिए विशेष बजट आवंटन को भी मंजूरी दे दी है।
विश्वास सारंग ने कही ये बड़ी बात
विश्वास सारंग ने कहा कि हमारी मांग थी कि राज्य के छह मेडिकल कॉलेज के लिए विशेष बजट दिया जाये। यहां के सरकारी नर्सिंग कॉलेज को बेहतर बनाया जाये। इसके लिए केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री ने विशेष बजट देने पर सहमति जताई है। साथ ही राजधानी भोपाल में सुपर स्पेशिलिटी हॉस्पिटल बनाया जायेगा। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश के लिए यह एक बड़ा दिन है, जब राज्य सरकार की मांग को केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने अपनी सहमति प्रदान की है।